कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने सदस्यों के लिए एक बड़ा बदलाव किया है। अब से नया यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) सिर्फ UMANG ऐप के जरिए और आधार-आधारित फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक (Face Authentication Technology – FAT) से ही बनाया जाएगा। यह नया नियम 7 अगस्त 2025 से लागू होगा। अगर कोई सदस्य इस प्रक्रिया से UAN नहीं बनाता, तो उसकी EPFO सेवाएं बंद भी की जा सकती हैं।
EPFO का मकसद – प्रक्रिया को बनाए आसान और सुरक्षित
EPFO का कहना है कि इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य UAN बनाने की प्रक्रिया को पूरी तरह सुरक्षित, बिना गलती के और तेज़ बनाना है। पहले डेटा एंट्री में गलतियां, पहचान की गड़बड़ी और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में देरी जैसी समस्याएं आम थीं। अब आधार-आधारित फेस ऑथेंटिकेशन से यह सब खत्म हो जाएगा। इससे हर कर्मचारी को सही समय पर UAN मिल सकेगा और कोई भी मैन्युअल हस्तक्षेप नहीं होगा।
पहले कैसे बनता था UAN और किनके लिए रहेगा पुराना तरीका
पहले कर्मचारियों को UAN पाने के लिए अपने नियोक्ता के जरिए आवेदन करना पड़ता था या अन्य डिजिटल तरीकों से बनवाना होता था। इस प्रक्रिया में कई बार गलतियां और देरी हो जाती थी। अब फेस ऑथेंटिकेशन से यह काम आसान हो गया है। हालाँकि, इंटरनेशनल वर्कर्स और नेपाल-भूटान के नागरिकों के लिए पुरानी व्यवस्था जारी रहेगी और उनका UAN नियोक्ता के जरिए ही बनेगा।
UMANG ऐप में EPFO की नई सर्विसेज
- नया UAN अलॉटमेंट और एक्टिवेशन।
- पहले से बने UAN का एक्टिवेशन।
- पहले से एक्टिव UAN का फेस ऑथेंटिकेशन (रिकॉर्ड अपडेट के लिए)।
UMANG ऐप से नया UAN कैसे बनाएं?
- UMANG ऐप खोलें और UAN Activation ऑप्शन चुनें।
- आधार नंबर, मोबाइल नंबर और अन्य जरूरी डिटेल भरें।
- कंसेंट टिक करें और OTP से वेरिफिकेशन करें।
- फेस ऑथेंटिकेशन करें।
- प्रक्रिया पूरी होते ही SMS के जरिए UAN और टेम्परेरी पासवर्ड मिल जाएगा।
- फोटो और पता EPFO रिकॉर्ड में अपडेट हो जाएगा।
EPFO के नए नियम के फायदे
EPFO के नए नियम से कर्मचारियों को कई सुविधाएं मिलेंगी। अब वे खुद ही आसानी से अपना UAN बना और एक्टिव कर सकेंगे, न डॉक्यूमेंट अपलोड करने की जरूरत होगी, न ऑफिस जाने की। फेस ऑथेंटिकेशन होते ही पासबुक, क्लेम, e-KYC और e-UAN कार्ड जैसी सभी सुविधाएं तुरंत मिल जाएंगी।
पहले से एक्टिव UAN का फेस ऑथेंटिकेशन
- UMANG ऐप में Face Authentication of Already Activated UANs पर जाएं।
- कंसेंट दें और फेस स्कैन करें।
- सिस्टम UIDAI से पहचान वेरिफाई करेगा और रिकॉर्ड अपडेट कर देगा।